नदी किनारे जो मैं चला तो एक लड़की मिली सहमी सहमी सी! नदी किनारे जो मैं चला तो एक लड़की मिली सहमी सहमी सी!
उसके सपनों को एक नया मुकाम दे रहा हूं। उसके सपनों को एक नया मुकाम दे रहा हूं।
हाँ ,वो छोटे से शहर की अल्हड़ सी लड़की ब्याह के आई, लेकर मन मे अनगिनत उमंगे। हाँ ,वो छोटे से शहर की अल्हड़ सी लड़की ब्याह के आई, लेकर मन मे अनगिनत उमं...
उफ़ तेरी आँखों को देखा उफ़ तेरी आँखों को देखा
मैंने ईश्वर को देखा प्रत्यक्ष मैंने ईश्वर को देखा प्रत्यक्ष
कुछ रिश्तों को बिगड़ते देखा है, कुछ रिश्तों को संभलते देखा है, बिना पहियों की गाड़िय कुछ रिश्तों को बिगड़ते देखा है, कुछ रिश्तों को संभलते देखा है, बिना पहियों...